Posted by Chief Editor Manish Saklani on 2023-11-15 06:36:21 |
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à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ सेना के बैंड की à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤®à¤¯ सà¥à¤µà¤° लहरियों के बीच केदारनाथ मंदिर के कपाट सà¥à¤¬à¤¹ साढ़े आठबजे शीतकाल के लिठबंद किठगठ।
कपाट बंद होने के मौके पर कड़ाके की ठंड के बावजूद ढाई हजार से अधिक तीरà¥à¤¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤°à¥€ à¤à¤—वान के दरà¥à¤¶à¤¨à¥‹à¤‚ के लिठकेदारनाथ में मौजूद थे और ‘जय केदार’, ‘बम बम à¤à¥‹à¤²à¥‡â€™ और ‘ऊं नम: शिवाय’ का जयघोष कर रहे थे । इस अवसर पर केदारनाथ मंदिर को विशेष रूप से फूलों से सजाया गया था।पिछले दिनों हà¥à¤ˆ बरà¥à¤«à¤¬à¤¾à¤°à¥€ के चलते केदारनाथ पà¥à¤°à¥€ और आसपास का इलाका ताजे बरà¥à¤« से ढका है जिसके कारण ठंडी हवाà¤à¤‚ चलने से कड़ाके की सरà¥à¤¦à¥€ पड़ रही है।
कपाट बंद होने के बाद à¤à¤—वान केदारनाथ की पंचमà¥à¤–ी डोली हजारों तीरà¥à¤¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और सेना के बैंड बाजों के साथ पैदल अपने पà¥à¤°à¤¥à¤® पड़ाव रामपà¥à¤° के लिठपà¥à¤°à¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤¨ हà¥à¤ˆà¥¤à¤‡à¤¸à¤¸à¥‡ पहले, बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤®à¥à¤¹à¥‚रà¥à¤¤ में ही केदारनाथ मंदिर के कपाट खà¥à¤² गये और मà¥à¤–à¥à¤¯ पà¥à¤œà¤¾à¤°à¥€ रावल à¤à¥€à¤®à¤¾à¤¶à¤‚कर लिंग ने सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ शà¥à¤·à¥à¤• पà¥à¤·à¥à¤ªà¥‹à¤‚, बà¥à¤°à¤¹à¥à¤® कमल, कà¥à¤®à¤œà¤¾ और राख से सà¥à¤µà¤¯à¤‚à¤à¥‚ शिवलिंग को समाधि रूप दिया ।
इस अवसर पर à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ सेना, à¤à¤¾à¤°à¤¤ तिबà¥à¤¬à¤¤ सीमा पà¥à¤²à¤¿à¤¸ तथा दानदाताओं ने तीरà¥à¤¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के लिठà¤à¤‚डारे à¤à¥€ आयोजित किये ।
बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· अजेंदà¥à¤° अजय ने कहा कि इस साल साढ़े उनà¥à¤¨à¥€à¤¸ लाख से अधिक तीरà¥à¤¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने à¤à¤—वान केदारनाथ के दरà¥à¤¶à¤¨ किये।
कपाट बंद होने के बाद अब शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥ à¤à¤—वान के शीतकालीन पà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¸ सà¥à¤¥à¤² ओंकारेशà¥à¤µà¤° मंदिर में उनके दरà¥à¤¶à¤¨ और पूजा करेंगे ।
गढ़वाल हिमालय के चार धाम के नाम से पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ धामों में से à¤à¤• गंगोतà¥à¤°à¥€ धाम के कपाट मंगलवार को अनà¥à¤¨à¤•à¥‚ट के परà¥à¤µ पर बंद हà¥à¤ थे जबकि यमà¥à¤¨à¥‹à¤¤à¥à¤°à¥€ के कपाट बà¥à¤§à¤µà¤¾à¤° को बंद होंगे । बदरीनाथ के कपाट 18 नवंबर को बंद होंगे ।
सरà¥à¤¦à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में बरà¥à¤«à¤¬à¤¾à¤°à¥€ और à¤à¥€à¤·à¤£ ठंड की चपेट में रहने के कारण चारधामों के कपाट हर साल अकà¥à¤Ÿà¥‚बर—नवंबर में शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥à¤“ं के लिठबंद कर दिठजाते हैं जो अगले साल अपà¥à¤°à¥ˆà¤²â€”मई में फिर खोल दिठजाते हैं ।