मस्जिदों-गुरुद्वारों पर टिप्पणी को लेकर BJP ने संदीप दायमा को पार्टी से किया निष्कासित

Politics National

Posted by Chief Editor Manish Saklani on 2023-11-13 15:18:05 |

Share: Facebook | Twitter | Whatsapp | Linkedin Visits: 106


मस्जिदों-गुरुद्वारों पर टिप्पणी को लेकर BJP ने संदीप दायमा को पार्टी से किया निष्कासित

संदीप दायमा पर कार्रवाई करते हुए उन्हें उनकी नफरत भरी टिप्पणी के लिए बीजेपी से निष्कासित कर दिया गया है। इस बात की जानकारी देते हुए बीजेपी नेता मनजिंदर सिरसा ने एक्स पर पोस्ट सांझा कर लिखा, बीजेपी में नफरत के लिए कोई जगह नहीं 

चुनावी राज्य राजस्थान में एक भाजपा नेता द्वारा दिए गए भाषण से पंजाब में बड़ा विवाद खड़ा हो गया है. शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) ने भाजपा नेता संदीप दायमा की उस टिप्पणी के लिए आलोचना की है जिसमें पहले मुस्लिम और सिख धार्मिक स्थलों और बाद में अकेले मुस्लिमों को निशाना बनाया गया था.

सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में दायमा ने राजस्थान के तिजारा विधानसभा क्षेत्र में एक चुनावी रैली के दौरान कहा कि अगर भाजपा सत्ता में आई तो मस्जिदों और गुरुद्वारों को ‘उखाड़ फेंकेंगे’.इस बयान के कारण सिखों में व्यापक गुस्सा फैल गया, जिसके बाद संदीप दायमा को माफी मांगनी पड़ी.

लेकिन ‘माफी’ भी धार्मिक घृणा से भरी हुई थी और मुस्लिम समुदाय के खिलाफ थी. दायमा ने कहा, ‘मेरी जुबान फिसल गई थी. मैं कहना चाहता था कि ‘मस्जिदों और मदरसों’ को उखाड़ फेंकेंगे. मैं ‘मस्जिद और मदरसे’ कहना चाहता था, लेकिन किसी तरह गुरुद्वारा मुंह से निकल गया. मैं हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं.’

भाजपा नेता उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और कई अन्य पार्टी नेताओं की मौजूदगी में आयोजित एक रैली में बोल रहे थे. यह रैली भाजपा के तिजारा प्रत्याशी बाबा बालकनाथ के समर्थन में की गई थी.

भाषण पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए एसजीपीसी अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि दायमा को अपनी ‘माफी’ पर शर्म आनी चाहिए, क्योंकि मुसलमानों के धार्मिक स्थलों के खिलाफ बोलना ‘गुरुद्वारों के खिलाफ बोलने जितना ही निंदनीय’ है.

धामी ने गुरुद्वारों को ‘उखाड़ने’ के उनके बयान पर संज्ञान लेते हुए कहा, ‘गुरुद्वारों ने हमेशा संकटग्रस्त और जरूरतमंदों की मदद की है. जब भी देश और विदेश में कोई आपदा आई है, गुरुद्वारे और सिख निकाय हमेशा सबसे आगे रहे हैं और बिना किसी भेदभाव के मानवता की सेवा की है.’

एसजीपीसी अध्यक्ष ने कहा कि दायमा द्वारा दिए गए नफरत भरे बयान से ‘श्री गुरु नानक देव के पवित्र विचार को हराने की भाजपा नेताओं की साजिश’ का पता चलता है. उन्होंने कहा कि आज के भाजपा नेताओं की वही संकीर्ण सोच है, जिसके खिलाफ गुरु नानक ने लड़ाई लड़ी थी.धामी ने दायमा के बयान की निंदा न करने के लिए योगी आदित्यनाथ की भी आलोचना की.

उन्होंने कहा, ‘ऐसे घृणित बयानों का मौके पर ही विरोध करना उनकी जिम्मेदारी थी. यह दुखद है कि एक राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में आदित्यनाथ भी इसका हिस्सा बन गए. इतिहास इस बात का गवाह है कि कांग्रेस ने भी इसी सोच के तहत सिख धर्मस्थलों पर हमला किया था और आज भाजपा भी उसी रास्ते पर चलती नजर आ रही है.’

उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ और रैली के आयोजक दायमा को सिख समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए माफी मांगनी चाहिए. साथ ही, उन्होंने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से इस संबंध में अपनी स्थिति स्पष्ट करने को कहा.

अल्पसंख्यकों के खिलाफ भाजपा का एजेंडा उजागर

भाजपा-आरएसएस की राजनीति के लोचक रहे पूर्व अकाल तख्त प्रमुख ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि लोकतंत्र में अल्पसंख्यकों को निशाना बनाने से ज्यादा निंदनीय कुछ नहीं हो सकता.उन्होंने कहा, ‘अल्पसंख्यक पहले से ही डर में जी रहे हैं और ऐसा बयान कि अगर भाजपा राजस्थान में सत्ता में आई तो ‘मस्जिदों और गुरुद्वारों’ को उखाड़ दिया जाएगा… का मतलब और भी डर पैदा करने के लिए था.’

Recent News
Leave a Comment: