जानिये करवा चौथ का शुभ मुहूर्त, चन्द्रोदय का समय और व्रत का समय

spritual hindu

Posted by Chief Editor Manish Saklani on 2023-10-31 16:47:13 |

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जानिये करवा चौथ का शुभ मुहूर्त, चन्द्रोदय का समय और व्रत का समय

उत्तर भारतीय राज्यों में करवा चौथ को महिलाएँ एक उत्सव की तरह मनाती हैं। करवा चौथ हिंदू महिलाओं के बीच बहुत लोकप्रिय और महत्वपूर्ण दिन है। यह उत्तर भारत के राजस्थान, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश, दिल्ली, दिल्ली-एनसीआर और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों में मुख्य रूप से मनाया जाता है। करवा चौथ का व्रत सुहागिन महिला अपने पति की लंबी आयु व खुशहाली के लिए रखती है। हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को करवा चौथ व्रत रखा जाता  à¤¹à¥ˆ !


इस साल करवा चौथ व्रत 01 नवंबर 2023, बुधवार को है।

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करवा चौथ के दिन चांद निकलने का समय रात 08 बजकर 15 मिनट है।

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द्रिक पंचांग के अनुसार, करवा चौथ व्रत 01 नवंबर को सुबह 06 बजकर 33 मिनट से प्रारंभ होगा और रात 08 बजकर 15 मिनट तक रखा जाएगा। व्रत की कुल अवधि 13 घंटे 42 मिनट की है। ध्यान रहे कि करवा चौथ का व्रत चांद दर्शन के बाद ही तोड़ा जाता है। अलग-अलग शहरों में चंद्रदर्शन की टाइमिंग भिन्न हो सकती है।

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करवा चौथ व्रत में भगवान शिव, माता पार्वती, कार्तिकेय और भगवान गणेश की विधि-विधान के साथ पूजा की जाती है। रात को चंद्रदर्शन और उन्हें अर्घ्य देने के बाद व्रत खोला जाता है। मान्यता है कि इस दिन विधिवत पूजा करने से अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है।



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31 अक्टूबर को चतुर्थी तिथि रात 09 बजकर 30 मिनट से प्रारंभ होगी और 01 नवंबर को रात 09 बजकर 19 मिनट तक रहेगी।

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01 नवंबर को करवा चौथ पूजन का शुभ मुहूर्त शाम 05 बजकर 36 मिनट से शाम 06 बजकर 54 मिनट तक रहेगा। पूजन की कुल अवधि 01 घंटा 18 मिनट की है।

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फल, मेवे, नारियल, पका हुआ भोजन, मिठाई, हलवा या सेवई, सोलह श्रृंगार

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मिट्टी या तांबे का करवा, ढक्कन, सींक, फूल, माला, करवा चौथ की थाली, छलनी

व्रत कथा की पुस्तक, पान, कलश, चंदन, हल्दी, चावल, मिठाई, कच्चा दूध, दही, देसी घी, शहद

शक्कर का बूरा, रोली, कुमकुम, मौली, अक्षत, आठ पूरियों की अठावरी, बिछिया या पायल, आटा की लोई, थोड़े चावल।

नोट: à¤•à¤‚टेंट का उद्देश्य मात्र आपको बेहतर सलाह देना है। इस संदर्भ में हम किसी प्रकार का कोई दावा नहीं करते हैं।

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